वाटर इज क्ला ईमेट, क्लांईमेट इज वाटर – श्री राजेन्द्र सिंह सीसीएल में ‘वाटर कंजरवेशन इन कोल माइंस’ पर सेमिनार 

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 01-02-2020


सी.सी.एल. मुख्यालय, रांची के ‘कन्वेंनशन हॉल’ स्थित ‘ऑडिटोरियम’ में ‘वाटर कंजरवेशन इन कोल माइंस’ पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सेमिनार के मुख्ये अतिथि जल पुरूष (मैगसेसे अवार्डी) श्री राजेन्द्रत सिंह एवं सीसीएल के सीएमडी श्री गोपाल सिंह, वरिष्ठग पत्रिकार श्री मधुकर, निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री वी.के. श्रीवास्ताव, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री भोला सिंह, निदेशक (वित्त्) श्री एन.के. अग्रवाल सहित  मुख्यालय के विभिन्नर विभागों के महाप्रबंधक, विभागाध्यवक्ष एवं बड़ी संख्याय में कर्मी उपस्थित थे। 

इस अवसर पर मुख्य‍ अतिथि श्री राजेन्द्री सिंह ने उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए कहा कि वाटर इज क्ला ईमेट, क्लाशईमेट इज वाटर इस तथ्ये को अब सारा विश्वो मान रहा है। मुख्यत अतिथि ने कहा कि कोल इंडिया को जल साझरता एवं जल के कुशल उपयोग में कौशल विकास पर कार्य करने की आवश्यलकता है और मैं आशा करता हॅू कि प्रबंधन इस पर सकारात्माक पहल करेगा। उन्होंमने पावर प्वायइंट प्रजेटेंशन के माध्यॅम से बताया कि भारत में भूमिगत जल के अत्याउधिक दोहन से एक आपातकाल स्थिति उत्प्न्नम हो गयी है जिसके लिए हम सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्ययकता है। उन्होंथने विस्तापर से राजस्थाैन में किये गये कार्यो के बारे में बताया। उन्हों ने राजस्थाान में किये गये कार्यो के वैज्ञानिक पक्ष को रखते हुये बताया कि किस प्रकार हम जन सहयोग से जल संरक्षण के दिशा में कम से कम खर्च में कार्य कर सकते हैं। उन्होंहने सभी को प्रेरित करते हुये कहा कि क्लााईमेट (जलवायू परिवर्तन) को सही दिशा में लाना हम सभी की जिम्मेनदारी है। 

सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने मुख्यह अतिथि का स्वासगत करते हुये कहा कि आज हम सभी का सौभाग्य‍ है कि जल पुरूष श्री राजेन्द्रे सिंह सीसीएल प्रागंण में आये हैं। श्री सिंह ने बताया कि कोल इंडिया द्वारा राष्ट्र  हित में देश की उर्जा आवश्यलकता को पूरा करने के लिए कोयला उत्पाेदन कर रहा है। आज देश में हर दस में सात बल्बत हमारे कोयले से जलता है परंतु यह भी एक सत्यो है कि कंपनी पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्या्न देते हुये इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है। सीसीएल, जल पुरूष द्वारा दिये गये सुझाव पर आगे बढ़ते हुये जल साझरता एवं जल के कुशल उपयोग हेतु कौशल विकास पर कार्य करेगा, श्री सिंह ने जोर देते हुये कहा। 

इस अवसर पर निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री वी.के. श्रीवास्तइव, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री भोला सिंह, निदेशक (वित्त ) श्री एन.के. अग्रवाल ने भी ‘वाटर कंजरवेशन इन कोल माइंस’ विषय पर संबोधित किया।  

मंच संचाल वरीय प्रबंधक (वित्ति) श्री ए.डी. वाधवा ने किया।