सी.सी.एल. में सेवानिवृत कर्मियों को भावभीनी विदाई 

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 02-12-2017


सीसीएल मुख्‍यालय के वित्‍त (सीएमपीएफ) विभाग में कार्यरत श्री रंजीत कुमार, अकाउंटेट तथा कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध विभाग में कार्यरत श्रीमती रीमा देवी पी,जु.डी.ई.ओ. को आज संध्‍या सीसीएल परिवार की ओर से निदेशक (कार्मिक) के कक्ष में सम्‍मान समारोह का आयोजन कर भावभीनि विदाई दी गई।



मुख्‍यालय, रांची में आयोजित सम्‍मान समारोह में मुख्‍य अतिथि सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) श्री आर.एस. महापात्र ने
उपस्थित कंपनी के वरिष्‍ठतम सेवानिवृत कर्मियों - श्री रंजीत कुमार एवं श्रीमती रीमा देवी पी का अभिनंदन एवं स्‍वागत किया तथा सभी का पुष्‍पमाला, पुष्‍पगुच्‍छ, शॉल, श्रीफल, स्‍मृति चिन्‍ह, सम्‍मान पत्र, सेवाकाल प्रमाण-पत्र, ग्रेच्‍यूटी चेक तथा मेडिकल कार्ड प्रदान कर सम्‍मानित किया साथ ही कहा कि सीएमपीएफ का भुगतान आरटीजीएस के द्वारा शीघ्र किया जायेगा।
सेवानिवृत कर्मियों को तुलसी का पौधा भी  प्रदान किया गया। पूरे सीसीएल से नवम्‍बर माह में 95 कर्मी सेवानिवृत कर्मियों को भी सम्‍मान समारोह का आयोजन कर भावभीनी विदाई दी गई।



समारोह के मुख्‍य अतिथि श्री आर.एस. महापात्र ने दोनों सेवानिवृत कर्मियों को जीवन की दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप अपने अनुभव और मेहनत से कंपनी को नई उंचाई तक पहुंचाये हैं और  हमारा प्रयास होगा की हम इसे और आगे ले जायेंगे। आप सभी का अनुभव, ज्ञान सराहनीय है। सेवानिवृत के बाद एक नई जिदंगी की ओर बढ़ रहें हैं। कंपनी के उत्‍तरोत्‍तर विकास में आप सभी का योगदान सराहनीय रहा है। श्री महापात्र ने सभी सेवानिवृत कर्मियों के सपरिवार
सुखी, स्‍वस्‍थ्‍य जीवन की कामना की।



अवसर विशेष पर दोनों सेवानिवृत कर्मियों ने अपने कार्यकाल के अनुभव के जानकारी दी। उन्‍होंने अपना विचार रखें तथा कार्य के दौरान अपने अनुभवों को सभी के साथ बांटा और साथ ही कंपनी के उतरोत्‍तर विकास की कामना की तथा कंपनी के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया।


कार्यक्रम का संचालन महाप्रबंधक(कल्‍याण)श्री वी एन प्रसाद तथा धन्‍यवाद ज्ञापन विभागाध्‍यक्ष (पेंशन) श्रीमती विनिता शरण ने किया। समारोह में मुख्‍यालय से टीएस टू डीपी श्री पार्थों भट्टाचार्य, सहित विभिन्‍न विभागों के महाप्रबंधक, विभागाध्‍यक्ष, अधिकारी एवं कर्मचारीगण तथा सेवानिवृत कर्मियों के मित्र उपस्थित थे। इस समारोह को सफल बनाने में कल्‍याण विभाग के कर्मियों का विशेष योगदान रहा।