कोल इंडिया महोत्‍सव

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 14-11-2017


आज 13 नवम्‍बर को सीसीएल दरंभगा हाउस स्थित विचार मंच में 15 अक्‍टूबर से 15 नवम्‍बर तक चल रहे कोल इंडिया महोत्‍सव के अंतर्गत एक  पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया। इस पैनल डिस्कशन का विषय था नैतिकता पर धर्मचारियों का विचार।


इस अवसर पर विशिष्‍ट अतिथि के रूप में सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) श्री आर एस महापात्र, निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री सुबीर चन्‍द्रा एवं मुख्‍य सतर्कता पदाधिकारी श्री ए के श्रीवास्‍तव उपस्थित थे। पैनल डिस्कशन के मुख्‍य वक्‍ता के रूप में उपस्थित  महानोभाव रहे श्री बख्‍शीश   सिंह, गुरूद्वारा, पिस्का मोड़, मौलाना डॉ. असगर मिसबाही, जामा मस्जिद, बरियातु, स्‍वामी माधवानन्‍द महाराज, चिन्‍मया मिशन तथा फादर अमृत तिर्की, शास्‍त्र केंद्र, यीशु समाज।


कार्यक्रम की शुरूआत सीआईएल कॉरपोरेट गीत और फिर दीप प्रज्‍जवलन के साथ की गई। कार्यक्रम में सबसे पहले कंपनी के ही कलाकार कर्मियों श्री अजय शर्मा एवं ग्रुप द्वारा एक लघु-नाटिका प्रस्‍तुत की गई, जिसका विषय था ‘’हमारी कंपनी हमारा गौरव’’। उपस्थित सभी ने लघु नाटिका प्रस्‍तुतीकरण को खुब सराहा।

पैनल डिस्कशन के दौरान सभी वक्‍ताओं ने नैतिकता पर अपने-अपने विचार उपस्थित सभी के सामने रखा।


श्री बख्शीश सिंह जी ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से आपसी भाईचारा बढ़ता है। उन्‍होंने कहा कि ईश्‍वर एक है, जिसने इस सृष्‍टी को बनाया है। साथ ही उन्‍होंने बताया कि सिख समाज में सेवा को ही सबसे बड़ी समानता मानी गई है और काम करते हुए ही परमात्‍मा का नाम लेना तथा जरूरतमंदों की सेवा करना ही सबसे बडा़ धर्म है।


अपने संबोधन में मौलाना डॉ असगर मिसबाही ने कहा कि भारत में विभिन्‍न धर्मों के लोग रहते है, अनेकों भाषाएं बोली जाती है, पर फिर भी सब साथ-साथ मिलजुल कर रहते हैं, यह सिर्फ नैतिकता और इंसानियत की ही राह पर चल के ही हुआ है। हिन्‍दुस्‍तान की सबसे बड़ी बात अनेकता में एकता है। हर किसी को ईमानदारी, लगन और मेहनत से काम करने की आवश्‍यकता है, तभी समाज, राज्‍य, देश और आगे बढे़गा।


चिन्मय मिशन के स्‍वामी माधवानंद जी ने अवसर विशेष पर विस्‍तार से नैतिकता पर संबोधित करते हुए दार्शनिक पक्ष एवं धर्म पक्ष की बात कही। उन्‍होंने बताया कि दर्शनशास्‍त्र एवं वास्‍तविक उपयोगिता के बीच की कड़ी नैतिकता कहलाती है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम किसी राह में चलें।


यीशु समाज के फादर अमृत तिर्की ने डिस्कशन के दौरान सभी को बताया कि ख्रीस्‍त समाज में क्रुस ही नैतिकता है। अलग-अलग धर्मों के अलग-अलग रास्‍ते होते हैं ईश्‍वर की ओर ले जाने के लिए, परंतु नैतिकता का रास्‍ता सभी धर्मों में एक ऐसा रास्‍ता है जो हम सभी को ईश्‍वर तक ले जाता है। उन्‍होंने कहा कि सेवा ही हमारा धर्म है और हमें दुखियों की मदद करनी चाहिए।


अवसर विशेष पर सीसीएल के निदेशक (कार्मिक) श्री आर एस महापात्र ने कहा कि हम चाहे किसी भी धर्म के हो, मानवता ही हमारा
धर्म है, मानवता ही हमारा कर्म है। इसी से देश का, विश्‍व का एवं सबका कल्‍याण होगा। यह कोल इंडिया महोत्‍सव पूरे सीसीएल में चल रहा है और हम सभी को गर्व होना चाहिए कि हम एक ऐसी कंपनी से जुड़े हैं जो नैतिकता की राह पर हमेशा सुदृढ़ रही है।


कार्यक्रम में श्री संजय सिंह ने लीडर तथा प्रबंधक (वित्‍त) श्री ए डी वाधवा ने प्रेरणात्‍मक संबोधन दिया। अवसर विशेष पर स्‍वागत भाषण महाप्रबंधक (कल्‍याण) श्री वी एन प्रसाद ने किया।




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