सीसीएल के लाल के बच्चों का 12वीं में श्रेष्ठ प्रदर्शन
डीएवी गांधीनगर में प्रथम पीताम्बर अग्रवाल तथा द्वितीय कुणाल प्रसाद

Area- हेडक्वार्टर, Posted on- 29-05-2017


सीसीएल की महत्वा कांक्षी योजना ‘सीसीएल के लाल’ के 2015-17 बैच के सभी 11 बच्चों  ने 12वीं की परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ् प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर से शतप्रतिशत सफलता प्राप्त की है। बैच के टॉपर ‘सीसीएल के लाल के छात्र’ स्थारन पीताम्बर अग्रवाल ने 96 प्रतिशत अंक प्राप्ती कर अपने बैच के साथ-साथ डीएवी गांधीनगर में भी टॉप स्थान प्राप्त  किया है। बैच के कुणाल प्रसाद (95.8 प्रतिशत) ने डीएवी गांधीनगर में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। विवेक कुमार मेहता (93.4 प्रतिशत) तथा अन्य सभी 8 छात्रों ने भी अच्छे अंक प्राप्त कर सफलता प्राप्त  की है। सभी छात्रों ने अपनी मेहनत एवं सीसीएल के सीएमडी श्री गोपाल सिंह और प्रबंधन के साथ-साथ अपने प्रशिक्षक (जो सीसीएल के ही अधिकारी हैं और सभी आईआईटीयन हैं) श्री जितेन्द्रर कुमार, श्री अखिलेश कुमार एवं श्री नमन श्रीवास्ताव के प्रति अभार व्यक्त किया है। सीसीएल के सीएमडी श्री गोपाल सिंह, सभी निदेशकगण, सीवीओ तथा अन्य ने सीसीएल के लाल के छात्रों की सफलता पर बधाई दी और आशा व्यक्त  की है कि बच्चों  ने अथक परिश्रम किया है और वे आईआईटी/एनआईटी में निश्चित ही चयनित होंगे। 

ज्ञातव्य हो कि जो बच्चे पढ़ाई के प्रति समर्पित होते हैं वे आईआईटी, एनआईटी एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में चयनित होते हैं और उन्हे दाखिला मिलता है। इसी तर्ज पर "सीसीएल के लाल छात्रवृत्ति योजना" की शुरुआत वर्ष 2012 में सीसीएल के सीएमडी श्री गोपाल सिंह के मार्गनिदेर्शन में की गयी थी जिसके लगभग शत प्रतिशत बच्चे लगातार सफलता प्राप्त कर देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला प्राप्त कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहें हैं। इस वर्ष से कुल 7 केन्द्रों में कुल 350 बच्चों का 11वीं कक्षा तक परफ़ोर्मेंस देखा जाएगा। इसमें से श्रेष्ठ 11 लड़के एवं लड़कियों का चयन कर 12वीं में रांची केंद्र में स्थानांतरण किया जाएगा, जिनके पढ़ाई-लिखाई, रहने, कोचिंग आदि का खर्चा सीसीएल वहाँ करेगा।

इसी तर्ज पर वर्ष 2016-17 से सीसीएल की लाड़ली योजना शुरू की गयी है, इसके तहत 11 मेधावी छात्राओं का चयन किया गया है और इन्हें भी सीसीएल के लाल की तरह निःशुल्क शिक्षण एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।


 जनसम्पर्क विभाग